सिटी स्टार्स । नालन्दा
मुम्बई में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले 66 साथियों की याद में अग्निशन विभाग हर साल 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस मनाता है। जिला के अग्निशमन अधिकारियों ने इस मौके पर नागरिकों घर और सिलेंडर में लगी आग पर काबू के टिप्स दिए।
गर्मी में आगलगी की घटना बढ़ जाती है। सुरक्षा को लेकर अग्निशामक के कर्मी हमेशा तैयार रहते हैं। अम्बेर चौराहा स्थित कोविड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में अग्निशमन दस्ता द्वारा मॉक ड्रिल से लोगों को सुरक्षा का संदेश दिया गया।
फायर पदाधिकारी मो. अलीअंसारी ने बताया कि अचानक आग लगने पर उससे कैसे बचाव कर सकते है। गैस सिलेंडर में आग लगने पर उस पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। मामूली रूप से जख्मी होने पर घरेलू उपचार से अपनेआप को सुरक्षित किया जा सकता है। सिलेंडर में आग जलाकर मॉक ड्रिल कर लोगों को आग पर काबू का टिप्स बताया गया।
1944 में मुम्बई बंदरगाह के फोर्ट सटीकेन मालवाहक जहाज में आग लग गई थी। जिसमें रुई व विस्फोटक सामग्री मौजूद था। जिसे बुझाने के क्रम में अग्निशमन के कई वाहन , पदाधिकारी व कर्मी जुटे थे। इस दौरान 66 कर्मी की झुलसकर मौत हो गई थी। उनकी श्रद्धांजलि 14 अप्रैल को दी जाती है। इस बीच 20 अप्रैल तक विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। जैसे स्कूल, कारखाना, हॉस्पिटल, बड़े मकान व मॉल आदि में मॉकड्रील अभियान चलाकर लोगों को आगजनी से बचाव की जानकारी दी जा रही है। इस मौके पर डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि आम से लेकर खास लोगों के लिए आग से बचाव की जानकारी अति आवश्यक है।
इस अवसर पर डॉ. नीतीश कुमार, डॉ. आरके दिवाकर, डॉ. निशिकांत अग्निशामक की ओर से पिंटू राय, अविनाश कुमार सोनी, रिशु, नीतू, गरक्षा, रानी सहित अन्य कर्मी व लोग मौजूद थे।
मॉकड्रील के बाद अग्निशमन अधिकारी मो अली ने अपील किया है कि खुद कोशिश के साथ ही उन्हें 101, 235230 पर फोन कॉल भी करें।