माँ दुर्गा की गोद भराई के लिए पूजा पंडाल में उमड़ी महिलाओं की भीड़, खूब लगे जयकारे
नूरसराय । पुतुल सिंह
जगत जननी मां चैती दुर्गा पूजा समिति नूरसराय के द्वारा संगत के परिसर में बीते ग्यारह वर्षों से माँ की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना किया जाता है। इस वर्ष मंगलवार की देर शाम माँ भगवती का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। महाअष्टमी यानी बुधवार की अहले सुबह से ही स्थानीय व प्रखंड क्षेत्र के आसपास के गांवों के महिलाएं माँ की गोद भराई कर पूजा अर्चना करते देखे गये। जैसे जैसे समय बीतता गया पूजा पंडाल में महिलाओं की भीड़ बढ़ती गयी। हर हाथ पूजा की थाली,धूप,दीप के साथ फूल व अक्षत,नैवेद्य । मां की पूजा के लिए खड़े महिला श्रद्धालु,हर कोई मां की गोद भरने के लिए आतुर। पल पल लगते मां के जयकारे। माँ की जयकारे से पूजा पंडाल गुंजायमान हो गया। पूजा समिति के सदस्य श्रद्धालुओं की सेवा में तत्त्पर दिखे। दिनों भर पूजा पंडाल में महिलाओं की भीड़ लगी रही।
दिन श्रद्धालुओं ने किया माता की गोद भराई व संध्या में माता गंगा की महाआरती
चैत नवरात्र के अवसर पर श्यामसरोवर ठाकुरबाड़ी में माता की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई। नवरात्रि के पावन अवसर पर महाष्टमी के दिन सुबह से ही माता की गोद भराई के लिये महिला श्रद्धलुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पंडाल परिसर में लंबी कतारें लगी रही। अष्टमी के दिन बड़ी संख्या में लोग कन्या पूजन भी करते हैं। पुजारी अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि नवरात्र में अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के अवसर पर आने वाली दुर्गा अष्टमी को महा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन मां के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा होती है। अष्टमी तिथि पर कुमारी नौ कन्याओं की पूजा,भोजन और उपहार देते हुए दुर्गा मां की पूजा की जाती है।
किया गया महाआरती का आयोजन
चैत नवरात्र में महाष्टमी के पावन दिवस की संध्या पूजा कमेटी के आयोजक सदस्यों के सहयोग से महाआरती का भव्य आयोजन श्यामसरोवर तालाब के किनारे किया गया। महाआरती में सिलाव बाजार के सैकड़ों की संख्या में प्रबुद्ध जनों ने श्रद्धापूर्वक शामिल हुए पूरा वातावरण माता की जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर एसडीओ अनिता सिन्हा, डीएसपी प्रदीप कुमार, मुख्यपार्षद जय लक्ष्मी, उप मुख्यपार्षद सुशीला कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार, समाजसेवी डोमन साव, शैलेन्द्र साव सहित सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल हुए।